TIK TOK, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी एप्स पर भारत ने बैन लगा दिया है। बता दें कि सरकार ने इन चीनी एप्स पर आईटी एक्ट 2000 के तहत बैन लगाया है।
चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के बीच बड़ा फैसला किया गया है। भारत में 59 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगा दी गई है। जिन एप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयर इट आदि एप्स हैं। इनके अलावा हैलो, लाइक, कैम स्कैनर, शीन क्वाई भी बैन कर दिया गया है। बायडू मैप, केवाई, डीयू बैटरी स्कैनर भी बैन हो गया है। बता दें कि सरकार ने इन चीनी एप्स पर आईटी एक्ट 2000 के तहत बैन लगाया है.
सरकार द्वारा वैन किए गए ऐप्स की सूची इस प्रकार है:
- TikTok
- Shareit
- Kwai
- UC Browser
- Baidu map
- Shein
- Clash of Kings
- DU battery saver
- Helo
- Likee
- YouCam makeup
- Mi Community
- CM Browers
- Virus Cleaner
- APUS Browser
- ROMWE
- Club Factory
- Newsdog
- Beutry Plus
- UC News
- QQ Mail
- Xender
- QQ Music
- QQ Newsfeed
- Bigo Live
- SelfieCity
- Mail Master
- Parallel Space
- Mi Video Call – Xiaom
- WeSync
- ES File Explorer
- Viva Video – QU Video Inc
- Meitu
- Vigo Video
- New Video Status
- DU Recorder
- Vault- Hide
- Cache Cleaner DU App studio
- DU Cleaner
- DU Browser
- Hago Play With New Friends
- Cam Scanner
- Clean Master – Cheetah Mobile
- Wonder Camera
- Photo Wonder
- QQ Player
- We Meet
- Sweet Selfie
- Baidu Translate
- Vmate
- QQ International
- QQ Security Center
- QQ Launcher
- U Video
- V fly Status Video
- Mobile Legends
- DU Privacy
इससे पहले भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से चाइनीज एप की लिस्ट तैयार कर केंद्र सरकार से अपील की थी इनको बैन किया जाए या फिर लोगों को कहा जाए कि इनको तुरंत अपने मोबाइल से हटा दें। इसके पीछे दलील ये दी गई थी कि चीन भारतीय डेटा हैक कर सकता है।
वहीं हाल में ही लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हाल में भी हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही चीन और उसके प्रोडक्ट समेत सभी एप्स को लेकर भारत के लोगों में गुस्सा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आत्मनिर्भर भारत बनने की लोगों से अपील की थी।
हालांकि चीन के इन 59 एप्स पर प्रतिबंध का फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब कल दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की तीसरे दौर की बैठक लद्दाख के चुशूल में होने जा रही है। खास बात ये है कि ये मीटिंग इस बार भारत के बुलावे पर हो रही है। इससे पहले दोनों मीटिंग चीन के आमंत्रण पर आयोजित की गई थीं।
जय हिन्द! जय भारत!!